Brilliant song.
कुछ इस तरह तेरी पलकें मेरी पलकों से मिला दे
आँसू तेरे सारे मेरी पलकों पे सज़ा दे
तू हर घड़ी हर वक़्त मेरे साथ रहा है
हाँ ये जिस्म कभी दूर कभी पास रहा है
जो भी ग़म हैं ये तेरे उन्हें तू मेरा पता दे
कुछ इस तरह तेरी पलकें मेरी पलकों से मिला दे
आँसू तेरे सारे मेरी पलकों पे सज़ा दे
मुझको तोह तेरे चेहरे पे एह ग़म नहीं जंचता
जायज़ नहीं लगता मुझे ग़म से तेरा रिश्ता
सुन मेरी गुज़ारिश इसे चेहरे से हटा से
कुछ इस तरह तेरी पलकें मेरी पलकों से मिला दे
आँसू तेरे सारे मेरी पलकों पे सज़ा दे
~ Kuch Is Tarah – Atif Aslam ~
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